ज्यामितीया समावयवता क्या है उदाहरण सहित समझाइए।
(अ) समपक्ष तथा विपक्ष विधि से सभी ज्यामितिया समावयवियो के विन्यास नही दशाये जा सकते है उडहरणथा टोई तथा टेटो प्रतिस्थापित एथिलीन व्यप्तन्नो के विन्यास cis व् trans विधि से नही दर्शाये जा सकते
इस प्रकार के समावयवियो के विन्यास E,Z विधि से दर्शाये जाते है ।
(i) युग्म बंध से बंध कार्बन परमाणुओ से जुड़े हूऐ परमाणुओ अथवा समूहों को एक -दूसरे के सापेक्ष प्रथम (1) दूसरे (2) अग्रता दारा [कहा इन्गोल्ड प्रिलोग के प्राथमिकता कम के अनुसार] सूचीन करते है। उच्च अग्रता परमाणुओ के उच्च परमाणु भार के आधार पर देते है
(ii) फिर दोनों कार्बन परमाणुओ से जुड़े हूऐ उच्च अग्रता (प्राथमिकता) वाले समूहों या परमाणुओ का वितरण देखते है । यादि उच्च अग्रता वाले समूह युग्म बांध के एक ही ओर है तब इसके विन्यास Z से प्रकट करते है और यदि उच्च अग्रता वाले परमाणु या समूह युग्म बंध के विपरीत पक्षो में हो तब इस समावयवी के विन्यास कोE से दर्शोते है।
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