विशिष्ट घूर्णन क्या है तथा किन बातो पर निर्भर करता है
विशिष्ट घूर्णन
कोई प्रकाशिक समावयवी समतल धुर्वित प्रकाश के तल को जितने अशं से घुमाता है उसे घूर्णन कोण (angle of rotation) a कहते है। इसका मान अणुओ के प्रकार तथा उनकी संख्या पर निर्भर करता है। विशिष्ट घूर्णन (specific rotation) को नीचे दिये सुत्र दारा दर्शाते है-
विशिष्ट घूर्णन[a]=[प्रेेक्षित घूर्ण्ण्णननa]/[ धृवनमापी नली की डेसीमीटर मेंं लम्बई l][विलयन की g/ml में संर्दता]
[a]=a/l×c
विशिष्ट घूर्णन को दर्शाते समय तथा प्रयुक्त प्रकाश का तंरगदैघ्घ्र्य भी लिखते है ।
[a]d=a/l×c
उदाहरणार्थ
सुक्रोज विलयन के लिये [a]20/d=+66.5
जहाँ D सोडियम प्रकाश की D रेखा [&=5890a] को दर्शाते है तथा +चिन्ह देकस्टोरोटेटरी प्रकुति के लियें है।