हाइड्रोजन बंधन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
हाइड्रोजन बांध (hydrogen Bond)_
ऐसे यौगिको जिनमें हाइड्रोजन परमाणु प्रबल विधुत (-)तत्वों जैसे O.N.Fआदि से सहसंयोजक बांध दारा संलग्न रहता है तो साझे का इलेक्टोन युग्म (-)विधुतीय परमाणु की ओर विस्थापित हो जाते है तथा हाइड्रोजन परमाणु पर क्षणिक धनात्मक आवेश उत्पानं हो जाता है इस कारण ऐसा हाइड्रोजन को हाइड्रोजन बांध कहते है यह दुर्बल आयनिक बांध होता हैं इसकी बांधन ऊर्जा लगभग 5k/mol होती है यह सहसंयोजन बंध से दुर्बल होता है इसे बिन्दुकित रेखा(.........)से प्रदशित करते है।
उदाहरण
जल(H2O) आक्सीजन परमाणु अधिक (-)विधुतीय होता है अतः इस पर (-)आवेश होता है और हाइड्रोजन परमाणु धनावेशित हो जाता है। धनावेशित हाइड्रोजन {+H-O-H+} जल के अन्य अणु के (-)ऑकसीजन से आकषिर्त होकर एक नया आबंध स्थापित कर लेता है जो कि हाइड्रोजन बंध कहलाता है इसी प्रकार जल के बहुत से अणु परस्पर हाइड्रोजन बंध से जुडे होते हैं।
हाइड्रोजन बंध केवल वे ही परमाणु बनाते है जिनकी परमाणु न्निज्या बहुत छोटी तथा (-)विधुतता उच्च होती है (F,N,Oआदि परमाणु)।हाइड्रोजन बंध अनेक कार्बनिक एव आकार्बनिक यौगिकों जैसे C2H5OH.R-NH2.RNHR.H2ONH3. HF.H3BO3. NaHF2. आदि में पाया जाता है यह अणुओ के अनेक भौतिक गुणो जैसे विलेयता ,क्वथनांक,भौतिक आवस्था आदि को प्रभावित करता है
हाइड्रोजन बंध दो प्रकार का होता है_
(i) अन्तराअणुक हाइड्रोजन बंध
(ii) अन्तराअणुक
(i)अन्तराअणुक हाइड्रोजन बंध
ऐसा हाइड्रोजन बंध जो किसी एक अणु के ही अंदर बनता है अन्तरा अणुक हाइड्रोजन बंध कहलाता है।
उदाहरण
(ii)अन्तराअणुक हाइड्रोजन बंध
ऐसा हाइड्रोजन बंध जो दो या दो से अधिक भिन्न अथवा समान प्रकार अणुओ के मध्य बनता है ।
उदाहरण
जल तथा ऐल्कोहॉल के अकेल अणु ठोस या द्रव् आवस्था में हाइड्रोजन बंध दारा संगुनित रहते है एव बहुलक बनाते है।
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